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भाजपा नेतृत्व एक बार फिर रथ पर सवार हो रहा है -भ्रस्टाचार के विरुद्ध जन जागरण के लिए . उधर समाजवादी युवराज भी उत्तर प्रदेश में रथ भ्रमण कर रहे है . दोनों रथ सवार वोट विजय करने पर आमादा है . जहां ८० प्रतिशत गरीब नागरिक है -वहां बैलगाड़ी ,साइकिल,कार,बस ट्रेन छोड़कर मध्ययुगीन राजे महाराजो की तरह रथ की सवारी का अलग ही मजा है यह विलासिता भरा शोक देखने-सुनने वालों को अजीब लग सकता है ,विशेषकर विदेशी मुल्क के वाशिंदों के लिए निश्चित ही कोतुहल का विषय होगा . किन्तु वोट के सोदागरों के पास ख़ास तरह की अक्ल पाई जाती है .निरीह जनता जब रथ पर सवार अपने नेता को देखेगी -सुनेगी तो नेता के चारों और निराली आभा होगी ,नेता दर्शन में भव्यता ना हो तो उसकी शख्सियत दो कोडी की हो जाती है . वोट के बाजार में अपनी दूकान को भी सजाना-चमकाना पड़ता है भले ही ऊंची दूकान फीका पकवान वाली कहावत चरितार्थ होती हो .
फिर भ्रस्ताचार के विरुद्ध जन जागरण के महती उत्तरदायित्व के निर्वहन का प्रश्न हो तो कहने ही क्या . अभी अन्ना हजारे जी ने भी कह ही दिया की वोट बेंक की राजनीति हो रही है .उनको भी लगा होगा की हमने जैसे-तैसे अंगीठी जलाई और परांठे अडवानी जी सेंक रहे है . जबकि अन्ना जी ये भी बयान दे सकते थे की चलो अच्छा है किसी को तो अक्ल आई, भले ही देर से ही सही .
आजकल भ्रस्टाचार पर बात करने का और भाषण देने का फैशन हो चला है ..जिसे देखो देश की दुर्दशा का रोना रो रहा है ..भ्रस्टाचार और कालेधन पर बकबका रहा है
इधर वोट के लिए नोट काण्ड में तिहाड़ से अस्पताल पहुंचे अमरसिंह रुपी बम कब फूटे इसका इन्तजार मिडिया ,विपछि और जनता बेसब्री से कर रहे है . इस बम से सत्ता पछ में किस किस की धज्जिया हो.अभी ये रहस्य अमर के गर्भ में छिपा है.आखिर अमेरिका की दादागिरी के कारण एटमी करार पर संसद में प्रस्ताव राजी -राजी,गैर राजी पारित किया ही जाना था इसके लिए सत्ता पछ एडी -चोटी का जोर लगाए हुए था .दलालों के माध्यम से ही खरीद -फरोख्त किये जाने का आजकल फैशन है –फिर मा० आडवाणी जी चिल्ला चिल्ला कर कह रहे है की भाई सांसदों की खरीद फरोख्त काण्ड में स्टिंग ओपरेशन हमारे मुताबिक ही हुआ था . किन्तु जिस पार्टी को फाइदा हुआ- वो बेदाग़ ,जिसने संसद की गरिमा को तार तार करने के लिए स्टिंग ओपरेशन कराया वो भी बेदाग़ ….धत तेरे की , ये क्या हो रहा है भाई ?
उधर हर प्रदेश में लोकायुक्त मंत्रियो की कुर्सियों को कांट छांट कर स्टूल बनाए दे रहा है , हर सप्ताह एक-दो मंत्री बर्खास्त होकर जेल जाने को तय्यार हो रहे है . भ्रस्टाचार -२ सुनते -देखते जनता की नाक में दम हो गया है ..उधर ” सबसे बड़े लड़य्या रे ” वाली देश की टीम इंग्लेंड में चारों खाने चित्त हो गयी है ..यहाँ तक अंग्रेजों ने उनका कच्छा भी उतार लिया है .नंगा झोली पालकी ..जय ….
देश की सरकार की साख और क्रिकेट की साख में कैसा सामजस्य बैठ रहा है ..सच में इस वक़्त देवता सोये हुए है ..पता नहीं देवोत्थान पर भी जागेंगे या नहीं ..संदेह होने लगा है .
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