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पुनर्जन्म की अवधारणा और इसकी वैज्ञानिक प्रामाणिकता जो भी हो लेकिन आज में ये गुड रहस्य का उदघाटन करने जा रहा हु कि आवश्यकता आविष्कार क़ी जननी है ..मेरी विवशता भी ..इसलिए छमा करेंगे इस घोषणा के लिए क़ी मेरा पुनर्जन्म हो गया है
जागरण जंक्शन ब्लॉग पर मेरे ब्लॉग आइना को मुझे पुनर्जीवित करने क़ी आवश्यकता हुई क्योंकि पता नहीं क़ी मेरे दुर्भाग्य अथवा तकनिकी खराबी के कारण मेरा ब्लॉग खुल नहीं रहा था और विगत ५ दिन से कुछ नहीं लिख पा रहा था ..पासवर्ड भी सही था फिर भी
…..हो सकता है क़ी इसमें एलियन क़ी साजिश हो . में नासा से प्रार्थना कर रहा हूँ क़ी सच का पता लगाए .हो सकता है क़ी मेरे इस प्रकरण के खुलासे से ही एलियन क़ी सचाई , उनके वजूद का पता चल सके . यदि एसा हुआ तो में तो खामखा ही पूरे विश्व में चर्चित हो जाऊँगा …
दरअसल अँधेरे से ,अज्ञानजनित अवधारणा गाहे बगाहे भूत -जिन्न और एलियन के रूप में हमारे सामने आती है .और हमारे अवचेतन में बैठे भय को साकार करती है …यदि नहीं तो बड़ेसे बड़े वैज्ञानिक अभी तक तथाकथित भूत और एलियन क़ी अवधारणा को प्रमाणिक नहीं कह सके है ,क्यों ?जिस अज्ञात सत्ता ने समूचे जगत और मानव को बनाया है ..उसके खुले नेत्र को जो सच दिखाई नहीं दे रहा है ,उपकरणों क़ी पकड़ से भी जो संदेह प्रमाणिक नहीं है ,उसको सत्य कैसे मान लिया जाए उसके चर्चा मीडिया में बार-बार क्यों ? दरअसल भूत और भगवान् जैसे अवैज्ञानिक तथ्य निरे अज्ञान क़ी उपज है …छमा करे में गुरुत्वाकर्षण क़ी सत्ता को ललकार नहीं रहा हु …गुरु का आकर्षण ..ये शब्द भी वैज्ञानिको ने दिया है ..अर्थात जिस आकर्षण के कारण सूरज चाँद सितारे बंधे हुए है उस आकर्षण को कोई भी नाम दिया जा सकता है ….इश्वर ,अल्लाह , ईसा ,नानक कुछ भी ….
फिर उसी बात पर आ रहा हु क़ी आप सभी मेरे आदरणीय मित्र इस सत्य को सत्य ही माने क़ी मेरा पुनर्जन्म हो चूका है …लेकिन मेरे ब्लॉग का नाम वही है जो था …आइना…/ ब्रजमोहन शरद .आगरा /.
..इसीलिये briju jaagran के साथ brij jaagran junction भी जरूर देखे …pleej
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